उत्तरप्रदेश
यूपी पंचायत चुनाव 2021: 13 जनवरी को आधी रात से खत्म हो जाएगा जिला पंचायत अध्यक्षों का कार्यकाल
लखनऊ. 14 जनवरी से उत्तर प्रदेश के सभी जिला पंचायत अध्यक्षों का कार्यकाल खत्म हो जाएगा. इसके बाद जिला पंचायत अध्यक्षों का अधिकार प्रशासन के हाथ में आ जाएगा. 15 मार्च से 30 मार्च के बीच पंचायत चुनाव होंगे. चुनाव परिणाम आने के 21-21 दिन बाद जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत का नोटिफिकेशन आ जाएगा. पंचायतीराज मंत्री चौधरी भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि तैयारियां जोरों पर हैं. मई तक त्रिस्तरीय पंचायत के सभी चुनाव करा लिए जाएंगे.
पंचायतीराज मंत्री ने बताया कि प्रत्याशियों के वोट डलवाए जाएंगे. एक बॉक्स में ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य के वोट होंगे तो दूसरे में क्षेत्र और जिला पंचायत सदस्यों के वोट होंगे. इस तरह से दो बॉक्स में चार पदों के प्रत्याशियों का भविष्य कैद होगा. चुनाव की तारीख अभी घोषित नहीं हुई है, लेकिन पंचायती राज मंत्री कहते हैं कि मई तक सभी चुनाव हो जाएंगे. 13 जनवरी की आधी रात के बाद जिला पंचायतों में जिलाधिकारी प्रशासक बन जाएंगे. जिला पंचायत अध्यक्षों का बीता कार्यकाल उठापटक वाला रहा. सियासी दावपेंच मे 6 जिला पंचायत अध्यक्षों को त्यागपत्र देने पड़े.
बीजेपी ने किया जीत का दावा
पंचायतीराज की संस्थाएं ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला परिषद का चयन निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा होता है. इसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियों की दावेदारी है, लेकिन बीजेपी का दावा है कि पंचायत से पार्लियामेंट तक के सिद्धांत पर मैदान में उतरी है. बीजेपी के पंचायत चुनाव प्रभारी विजय बहादुर पाठक कहते हैं कि पार्टी के कार्यकर्ताओं की मेहनत के साथ केंद्र और राज्य की सरकार ने जिस तरह ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए काम किया जनता उसे आशीर्वाद के रूप मे सौंपेगी.