क्राइम
पुलिस को चकमा देकर गैंगस्टर विकास दुबे के भाई दीपक ने कोर्ट में किया सरेंडर, भेजा गया जेल
लखनऊ. कानपुर के बिकरु कांड में 8 पुलिसवालों की हत्या करने का आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे के भाई दीपक दुबे ने पुलिस को चकमा देते हुए कोर्ट में सरेंडर कर दिया. अदालत ने दीपक दुबे को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा दिया है. बता दें बिकरू कांड के बाद से दीपक दुबे फरार चल रहा था और पुलिस ने उस पर 20 हज़ार का इनाम भी घोषित कर रखा था. लखनऊ के कृष्णानगर थाने में दीपक दुबे पर जालसाजी करने और रंगदारी वसूलने का मामला दर्ज है. इसी मामले में दीपक ने सरेंडर किया.विकास दुबे STF के एनकाउंटर में मारा गया था.
गौरतलब है कि दीपक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही थी, लेकिन वह लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था. इससे पहले भी दीपक दुबे ने कोर्ट में सरेंडर करने की कोशिश की थी, लेकिन कोरोना निगेटिव रिपोर्ट न होने की वजह से ऐसा हो नहीं सका. एक बार फिर उसने कोरोना जांच रिपोर्ट के साथ कोर्ट में सरेंडर कर दिया. बताया जा रहा है कि वह रात से ही कोर्ट परिसर में छिपा हुआ था.
लखनऊ की संपत्ति भी हुई है कुर्क
इससे पहले गत शुक्रवार को पुलिस ने दीपक दुबे उर्फ दीपू की संपत्ति को कुर्क कर लिया था. एडीसीपी (मध्य) के नेतृत्व में करीब चार घंटे तक पूरी कार्रवाई चली. इस दौरान करीब एक करोड़ रुपये की संपत्ति को पुलिस ने जब्त कर लिया. पुलिस ने यह कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर किया.
एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा के मुताबिक कृष्णानगर थानाक्षेत्र के इंद्रलोक कालोनी में रहने वाले दीपक दुबे और उसके भाई विकास दुबे पर जुलाई में जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया गया था. इसमें दीपक दुबे फरार चल रहा था. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया. उसके खिलाफ कोर्ट से कई बार गैर जमानती वारंट भी जारी कराया गया था.