राष्ट्रीय
आरबीआई ने दिए संकेत, कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू हुई तो बढ़ेगी महंगाई
नई दिल्ली I रिजर्व बैंक के अप्रैल बुलेटिन में संकेत दिए गए हैं कि अगर कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू हो जाती है और आवाजाही पर लगे प्रतिबंध लंबे समय तक लगे रहे तो महंगाई बढ़ सकती है। इसके पीछे वजह सप्लाई चेन का प्रभावित होना बताई गई है। बुलेटिन में रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर माइकल देबब्रत पात्रा की अगुवाई वाली टीम की तरफ से लिखे गए लेख में ये संकेत दिए गए हैं।
साथ ही ये भी कहा गया है कि यह लेखकों के निजी विचार हैं ये जरूरी नहीं है कि इनको आरबीआई का विचार माना जाए। लेख में ये भी कहा गया है कि महामारी के बाद मजबूत और स्थाई विकास के लिए वैक्सीनेशन में तेजी लाने, महामारी संबंधी प्रोटोकॉल अपनाने, अस्पतालों की संख्या और क्षमता बढ़ाने पर फोकस करना होगा।
वहीं ये भी कहा गया है कि महामारी की ये दूसरी लहर पिछले साल वाली लहर के मुकाबले ज्यादा खतरनाक है। वायरस की म्यूटेंट वैराइटी इसे और खतरनाक बना रही हैं। मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन और कोविड संबंधी दवाओं का समय पर ना मिलने से देश की परेशानी और बढ़ रही है।
अभी तक देश की केवल 2 फीसदी आबादी को ही वैक्सीन की दोनों डोज मिली हैं। महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे कई राज्यों में स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन है। यह ट्रेंड रिजर्व बैंक की महंगाई बढ़ने की आशंका पर दबाव बढ़ा सकता है। लेख में बताया गया है कि संक्रमण में तेजी से प्रतिबंध भी बढ़ रहे हैं। हालांकि अभी स्थानीय और क्षेत्रीय आधार पर प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं, लेकिन इससे आर्थिक परिदृश्य की अनिश्चितता बढ़ेगी। ज्यादा संपर्क वाली होटल, एयरलाइंस और ट्रैवल इंडस्ट्री से जुड़ी गतिविधियां फिर से प्रभावित हो रही हैं।