जम्मू कश्मीर
गर्व :-भारतीय सेना ने लिया 4 वीर सैनिको की शहादत का बदला, पाक को मुहतोड़ जवाब 7 सैनिक ढेर भारी नुकसान
दिल्ली: जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में पहाड़ के शिखर पर दो मजबूत बंकर देखे गए, बस एक सेकंड बाद धुएं का एक बादल दुश्मन की इस संरचना निगल लेता है, क्योंकि यह उड़ हो जाता है. भारतीय सेना की आर्टिलरी टीम ने लंबी दूरी से सीधा निशाना लगाते हुए इसका खात्मा कर दिया. जल्द ही, पहाड़ी पर और अधिक गोले विस्फोट करते हुए दिखाई देते हैं. यह सब सेना के सूत्रों द्वारा जारी किए गए वीडियो में देखा गया है.
सेना द्वारा शेयर किए गए कई वीडियो में पाकिस्तान के कई गोला-बारूद और ईंधन की स्टोरेज बिल्डिंग भी भारतीय सेना द्वारा की गई एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल और रॉकेट फायरिंग की बाद जलती दिखाई देखी जा सकती है. और अधिक विजुअल्स में आग की नारंगी लपटें एक और जगह से दिखाई दे रही है, यहां आग ने तेजी से आयुध भंडार को अपनी चपेट में ले लिया
सेना के सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा से सटी ड्वार, केरन, उरी और नौगाम में मोर्टार और अन्य भारी हथियारों का उपयोग करते हुए भारतीय चौकियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. पाक ने रिहाइशी इलाकों को निशाना बनाते हुए भी फायरिंग की. पाक द्वारा की गई फायरिंग में भारत के चार सैनिक शहीद हो गए और तीन घायल हुए हैं. वहीं तीन नागरिकों की भी जान चली गई.
पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने भी जल्द ही अपने तोपखाने का मुंह खोल दिया और जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सैन्य संरचनाओं को नष्ट कर दिया.
सेना के एक सूत्र ने कहा. “हमारे सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान सेना के बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचाया और नियंत्रण रेखा के पार कई हताहत हुए, इसके साथ ही कई गोला बारूद के अड्डे और आतंकी लॉन्च पैड क्षतिग्रस्त किए गए हैं ”
सेना के सूत्रों ने कहा, “पाकिस्तानी गोलीबारी की आड़ में कुछ आतंकवादियों ने केरन सेक्टर से भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की, लेकिन घुसपैठ की कोशिश को भारतीय सैनिकों ने अग्रिम चौकियों में ही रोक दिया.” सेना के सूत्रों ने कहा कि सात पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 12 घायल हो गए. एक सप्ताह के भीतर घुसपैठ की यह दूसरी कोशिश थी. 7-8 नवंबर को माछिल सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश को भी विफल गया था और तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया था.