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अमेरिकी रक्षा मंत्री और पीएम मोदी के बीच हुई वार्ता, द्विपक्षीय रक्षा संबंधो को मजबूत करने पर जताई प्रतिबद्धता
नई दिल्ली: अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन अपनी पहली तीन देशों की विदेश यात्रा के तहत भारत पहुंचे हैं. ऑस्टिन ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और आपसी हितों पर चर्चा की. इसके बाद मोदी ने ट्वीट करके कहा कि भारत और अमेरिका अपनी रणनीतिक साझेदारी को लेकर प्रतिबद्ध हैं जो ‘दुनिया की बेहतरी के लिए ताकत है.’
प्रधानमंत्री और ऑस्टिन के बीच हुई चर्चा के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी रक्षामंत्री ने द्विपक्षीय रक्षा संबंध को मजबूत करने की वॉशिंगटन की प्रतिबद्धता को दोहराया. साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उससे परे शांति, स्थिरता के लिए रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की ‘तीव्र इच्छा व्यक्त’ की.
मोदी ने ट्वीट किया, “अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन से मुलाकात करके खुशी हुई. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की. भारत और अमेरिका हमारी रणनीतिक साझेदारी को लेकर प्रतिबद्ध हैं जो दुनिया के लिए अच्छी ताकत है.”
ऑस्टिन की यात्रा का अगला पड़ाव जापान और दक्षिण कोरिया
ऑस्टिन की पहली विदेश यात्रा के दौरान तीन देशों के दौरे में भारत तीसरा पड़ाव (जापान और दक्षिण कोरिया के बाद) स्थल है. उनकी इस यात्रा को (अमेरिकी राष्ट्रपति) जो बाइडेन प्रशासन द्वारा अपने करीबी सहयोगियों और क्षेत्र में साझेदारों के साथ मजबूत प्रतिबद्धता के तौर पर देखा जा रहा है.
ऑस्टिन ने ट्वीट किया, ‘यहां भारत में आकर रोमांचित हूं. हमारे दोनों देशों के बीच सहयोग की गहराई हमारी व्यापक रक्षा साझेदारी के महत्व को दर्शाती है और हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र के सामने आने वाली चुनौतियों पर मिलकर काम कर सकते हैं.’
अमेरिकी सरकार ने क्या कहा
अमेरिकी सरकार ने एक बयान में कहा कि रक्षामंत्री ऑस्टिन ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के नेतृत्व पर भरोस जताया और इलाके में समान विचार रखने वाले साझेदारों से बढ़ रहे संबंध से साझा लक्ष्य को प्रोत्साहन मिलेगा. बयान में कहा गया, ‘दोनों पक्ष इलाके में मुक्त एवं खुली व्यवस्था को प्रोत्साहित करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं. दोनों पक्षों ने इलाके में साझाी चुनौतियों पर चर्चा की और रक्षा सहयोग का विस्तार करने एवं और मजबूत करने को लेकर प्रतिबद्ध है.’
अमेरिकी रक्षा मंत्री का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले सभी स्थानों से सैनिकों को पीछे हटाने के लक्ष्य को हासिल करने पर गौर कर रहे हैं. दोनों देशों ने पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी तटों से लगे इलाकों से अपने सैनिकों को हटाने का कार्य पूरा कर लिया है.